अटल आयुष्मान उत्तराखंड योजना का सफलतम एक साल पूर्ण
आकाश ज्ञान वाटिका। आयुष्मान भारत योजना या प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना, भारत सरकार की एक स्वास्थ्य योजना है, जिसे 1 अप्रैल, 2018 को पूरे भारत मे लागू किया गया था। वर्ष 2018 के बजट सत्र में वित्त मंत्री अरूण जेटली ने इस योजना की घोषणा की थी। इस योजना का उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को स्वास्थ्य बीमा मुहैया कराना है। इसके अन्तर्गत आने वाले प्रत्येक परिवार को 5 लाख तक का कैश-रहित स्वास्थ्य बीमा उपलब्ध कराया जायेगा। १० करोड़ आर्थिक रूप से कमजोर परिवार (लगभग ५० करोड़ लोग) इस योजना का प्रत्यक्ष लाभ उठा सकेगें। इसके अलावा बाकी बची आबादी को भी इस योजना के अन्तर्गत लाने की योजना है। इस योजना को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 14 अप्रैल 2018 को भीमराव अम्बेडकर की जयन्ती के दिन छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले से आरम्भ किया।
उत्तराखंड में ‘अटल आयुष्मान उत्तराखंड योजना’ की शुरूआत पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिवस, 25 दिसम्बर पर, वर्ष 2018 में हो गयी थी। इस दिन समस्त प्रदेशवासियों को निःशुल्क स्वास्थ्य सुविधा देने वाला उत्तराखंड देश का पहला राज्य बन गया था। इस योजना के तहत राज्य में रहने वाले हर परिवार को प्रतिवर्ष पाँच लाख रुपये के निःशुल्क इलाज की सुविधा मिल रही है। मुख्यमंत्री ने 25 दिसम्बर 2018 को इस योजना को लागू करने के बाद विभिन्न लाभार्थियों को योजना से संबंधित ‘गोल्डन कार्ड’ वितरित किए तथा योजना के तहत चिन्हित विभिन्न अस्पतालों के साथ समझौता ज्ञापन (एमओयू) भी किया गया था। इसी दिन मुख्यमंत्री ने अटल आयुष्मान उत्तराखण्ड योजना की वेबसाइट व ऐप की भी औपचारिक शुरूआत की थी।
एक वर्ष पहले आज ही के दिन, इस योजना को लागू करने के दौरान मुख्यमंत्री ने था, “हमारे शास्त्रों में ‘सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे संतु निरामया’ कहा गया है। राज्य सरकार भी इसी भावना पर काम कर रही है। उत्तराखण्ड की विषम भौगोलिक परिस्थितियों में हम तकनीक का उपयोग करने का प्रयास कर रहे हैं। हमने टेली रेडियोलॉजी, टेली मेडिसिन की सुविधा अनेक दूरस्थ चिकित्सा केंद्रों में प्रारम्भ की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आयुष्मान भारत योजना को अपनी इस योजना की प्रेरणा बताते हुए मुख्यमंत्री रावत ने कहा कि कोई भी व्यक्ति धन के अभाव में इलाज से वंचित न रहे इसीलिए इस योजना में राज्य के सभी परिवारों को कवर किया गया है और इसमें कैशलैस इलाज का प्रबंध किया गया है। उन्होंने कहा कि इन्श्योरेंस में आने वाली दिक्कतों को देखते हुए योजना को ट्रस्ट मोड में संचालित किया जा रहा है और योजना को बहुत ही सरल बनाया गया है।”
आज 25 दिसम्बर 2019 को अटल आयुष्मान उत्तराखंड योजना के एक वर्ष पूरा होने पर मुख्यमंत्री आवास में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें मुख्यमन्त्री ने योजना पर आधारित एक साल की उपलब्धियांं बताई।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बताया कि आयुष्मान उत्तराखंड योजना के तहत राज्य में अब तक के एक साल के समय में एक लाख दस हजार मरीजों का निःशुल्क उपचार किया जा चुका है। जिसमें रूपये 104.86 करोड़ का खर्च आया।
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार अभी तक ये योजना 12 हजार से अधिक लाभार्थियों के लिए जीवनदायिनी साबित हुई है। अटल आयुष्मान योजना के तहत ब्रेन ट्यूमर, कैंसर, गुर्दा रोग, बाइपास सर्जरी, न्यूरो जैसी बीमारियों के मरीजों को फायदा हुआ है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस योजना का मुख्य उद्देश्य प्रदेश के दूरस्थ क्षेत्रों तक लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध हों, इसके लिए प्रत्येक जनपद में आईसीयू की शुरुआत की गई है। सरकार की कोशिश है कि पहाड़ के दूरदराज के क्षेत्रों और उन गाँवों तक भी पहुँचे, जहाँ इसकी जरूरत ज्यादा है।
अटल आयुष्मान उत्तराखंड योजना के सफल एक वर्ष पूरा होने पर आज प्रदेश भर में अनेक कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है जो पूर्व प्रधानमन्त्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयीजी को उनकी जयंती पर सच्ची श्रृद्धांजलि है। आकाश ज्ञान वाटिका टीम अटल आयुष्मान उत्तराखंड योजना के एक साल पूर्ण होने पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के साथ ही योजना से जुड़े सभी स्वास्थ कर्मियों एवं लाभार्थियों को धन्यवाद, बधाई एवं शुभकामनायें प्रेषित करती है और सभी के प्रेरणा स्रोत श्रद्धेय, भारत रत्न पूर्व प्रधानमन्त्री अटल बिहारी वाजपेयीजी को उनकी जयंती पर शत शत नमन।