प्रदेश में कोरोना संक्रमण के लगातार बढ़ रहे मामले देख लखनऊ, कानपुर, वाराणसी में आज से लगाया गया नाइट कर्फ्यू
आकाश ज्ञान वाटिका, 8 अप्रैल 2021, गुरूवार, लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस का कहर लगातार बढ़ता ही जा रहा है। बुधवार को प्रदेश में छह हजार से ज्यादा मिले संक्रमित मरीजों व 40 मौतों ने राज्य को हिला कर रख दिया। बुधवार रात प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोविड-19 से अति प्रभावित 13 जनपदों की स्थिति की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने निर्देश दिया कि यूपी के जिन जिलों में 500 से अधिक कोविड के केस हैं, वहां 8 अप्रैल से रात 9 बजे से सुबह 6 बजे तक नाइट कर्फ्यू/ प्रतिबंध डीएम अपने-अपने राज्यों में लगाने पर विचार करें। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने बैठक में कहा कि भीड़ वाली जगह चिन्हित करें, वहां सख्ती करिये, चालान करिए न सुधरें तो सील कर दीजिए।
लखनऊ जनपद के जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश ने कोविड-19 से लोगों की सुरक्षा के मद्देनजर आदेश जारी कि राजधानी के शहरी इलाके में आठ अप्रैल से नाइट कर्फ्यू जारी कर दिया है। वहीं, कोरोना की मार झेल रहे कानपुर व वाराणसी में भी जनपदों के जिलाधिकारियों ने नाइट कर्फ्यू के निर्देश जारी कर दिए हैं। लखनऊ में 15 अप्रैल तक चिकित्सा, नर्सिंग एवं पैरामेडिकल संस्थानों को छोड़कर सभी सरकारी, गैर सरकारी अथवा निजी विद्यालय, महाविद्यालय, कोचिंग संस्थान बंद रहेंगे।
जिन मान्यता प्राप्त शैक्षणिक संस्थानों में परीक्षाएं और प्रैक्टिकल जहां चल रहे हैं अथवा होने हैं वहां चलते रहेंगे। इस दौरान संस्थानों को कोविड-19 प्रोटोकाल शारीरिक दूरी, मास्क और सनिटाइजेशन का ध्यान रखना होगा। इसका कठोरता से पालन करना होगा। लापरवाही बरतने वाले संस्थानों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाएगी।
जारी आदेश अनुसार दिन के समय दो गज की दूरी मास्क जरूरी होगा। पुलिस इसका सख्ती से पालन कराएगी। पुलिस की टीमें चौराहों और मुख्य मार्गों समेत सभी क्षेत्रों में चेकिंग करेंगी। बिना मास्क के घूम रहे लोगों पर कार्यवाही की जाएगी।
एलडीए द्वारा संचालित बड़े पार्क सुबह सात बजे से 10 बजे और शाम चार बजे से आठ बजे तक ही खुलेंगे। पार्क में प्रवेश और टहलने के लिए मास्क व शारीरिक दूरी का पालन करना आवश्यक है। पार्क में 65 वर्ष से अधिक आयु के लोग, 10 वर्ष से कम आयु वाले बच्चे और गर्भवती महिलाएं एवं बीमारियों से ग्रसित लोगों का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा।
नाइट कर्फ्यू:
- लखनऊ नगर निगम क्षेत्र में 16 अप्रैल की सुबह छह बजे तक लागू रहेगा नाइट कर्फ्यू।
- दिन में सुबह छह बजे से रात नौ बजे सभी को कोविड-19 प्रोटोकॉल का करना होगा सख्ती से पालन।
- आवश्यक वस्तु को लाने ले जाने की छूट होगी ।
- लखनऊ ग्रामीण में नहीं लागू होगा रात्रिकालीन कर्फ्यू।
- फल, सब्जी, दूध, एलपीजी, पेट्रोल-डीजल और दवा की सप्लाई जारी रहेगी।
- रात्रि कालीन शिफ्ट में काम करने वाले सरकारी/अर्ध सरकारी संस्थानों के कर्मियों एवं आवश्यक वस्तुओं, सेवाओं में कार्यरत निजी संस्थानों के कर्मियों को आवागमन की छूट रहेगी।
- रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन, एयरपोर्ट आने जाने वाले लोग अपना टिकट दिखा कर आ जा सकेंगे।
- हर प्रकार की माल वाहक गाडिय़ों के आने-जाने पर प्रतिबंध नहीं होगा।
उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। बुधवार को कोरोना से संक्रमित 6023 नए रोगी मिले, जबकि 40 मरीजों की मौत हो गई। करीब सात महीने बाद एक दिन में इतनी अधिक संख्या में मरीज मिले हैं। 13 सितंबर, 2020 को इससे अधिक 6,239 मरीज मिले थे। अब तक एक दिन में सर्वाधिक 7,103 रोगी 11 सितंबर, 2020 को मिले थे। पिछले 24 घंटे में 1.86 लाख लोगों का कोरोना टेस्ट किया गया।
वर्ष 2020 के मुकाबले कोरोना बुधवार को 21 साबित हो गया। राजधानी लखनऊ में एक दिन में सर्वाधिक 1333 संक्रमित पाए गए हैं। वहीं, पिछले वर्ष रोजाना संक्रमित होने वाले मरीजों की संख्या कभी भी 1300 के आंकड़े को पार नहीं कर सकी थी। मगर 2021 में मार्च की शुरुआत से ही कोरोना ने घातक रुख अख्तियार कर लिया है। बुधवार को छह संक्रमितों की मौत हो गई। पिछले वर्ष 18 सितंबर को सर्वाधिक 1244 लोग संक्रमण की चपेट में आए थे।
प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को कोविड-19 से अति प्रभावित 13 जनपदों की स्थिति की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षा करते हुए दिशा-निर्देश जारी किए। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के साथ-साथ दक्षिण भारत के कुछ राज्यों में कोविड संक्रमण की स्थिति तेजी से खराब हो रही है। ऐसी स्थिति में वहां निवासरत उत्तर प्रदेश के नागरिकों की वापसी संभावित है। पंचायत चुनाव की प्रक्रिया भी चल रही है। आने वाले दिन हमारे लिए चुनौतीपूर्ण होंगे। हमें इसका सफलतापूर्वक सामना करना है। पिछले वर्ष उत्तर प्रदेश के सभी जिलों ने कोविड प्रबंधन का बेहतरीन उदाहरण प्रस्तुत किया था, इस बार भी हम टीम वर्क से इस लड़ाई को जरूर जीतेंगे।
लखनऊ, प्रयागराज, वाराणसी, कानपुर नगर, गोरखपुर, मेरठ, गौतमबुद्ध नगर, झांसी, बरेली, गाजियाबाद, आगरा, सहारनपुर और मुरादाबाद जिले में कोविड संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। यहां केस की संख्या अधिक है। हालांकि, पॉजिटिविटी दर में गिरावट हुई है। कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग बढ़ाई जाए। ट्रेस करके उनका टेस्ट किया जाए और जरूरत के अनुसार ट्रीटमेंट दिया जाए। निगरानी समितियों और इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर की उपयोगिता बढ़ाई जाए। पब्लिक एड्रेस सिस्टम का अधिकाधिक प्रयोग किया जाए। मास्क न लगाने वाले लोगों पर जुर्माना लगाया जाना चाहिए। इन सभी जनपदों में निगरानी के लिए तत्काल विशेष सचिव स्तर के अधिकारियों की तैनाती की जाए।
नगर विकास विभाग द्वारा नगरों में विशेष स्वच्छता अभियान संचालित किया जाए। कोरोना के खिलाफ लड़ाई में सैनिटाइजेशन, स्वच्छता आदि का विशेष महत्व है। कुल कोविड टेस्ट में कम से कम 50 प्रतिशत टेस्ट प्रतिदिन आरटीपीसीआर विधि से किए जाएं। रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट तथा बस अड्डे पर रैपिड एन्टीजन टेस्ट की व्यवस्था को और प्रभावी किया जाए। अगले कुछ दिनों में महाराष्ट्र आदि प्रदेशों से विशेष ट्रेन भी संचालित होगी। ऐसे में गोरखपुर, गोंडा, बस्ती व आसपास के क्षेत्रों में खास सतर्कता बरते जाने की जरूरत है।
जिन जिलों में प्रतिदिन 100 से अधिक केस मिल रहे हैं, अथवा जहां कुल एक्टिव केस की संख्या 500 से अधिक है, वहां माध्यमिक विद्यालयों में अवकाश के संबंध में जिलाधिकारी स्थानीय स्थिति के अनुरूप निर्णय लें। ऐसे जिलों में रात्रि में आवागमन नियंत्रित रखने के संबंध में भी समुचित निर्णय लिया जाए, लेकिन किसी भी परिस्थिति में आवश्यक सामग्री जैसे दवा, खाद्यान्न आदि के आवागमन को बाधित न किया जाए।