ऑस्कर अवार्ड के लिए हुआ डॉक्यूमेंट्री फिल्म ‘मोतीबाग’ का चयन – उत्तराखंड के लिए है एक गौरव का क्षण
- जनपद पौड़ी के कल्जीखाल ब्लॉक के सांगुड़ा गाँव निवासी किसान ८३ साल के बुजुर्ग विद्या दत्त शर्मा के जीवन संघर्ष पर बनाई गई है डॉक्यूमेंट्री फिल्म ‘मोतीबाग’ ।
- यह उत्तराखंड के लिए एक गौरव का क्षण है।
- मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने डॉक्युमेंट्री फिल्म ‘मोतीबाग’ के आस्कर अवार्ड के लिए नामित होने पर फिल्म निर्देशक निर्मल चंद्र डंडरियाल को बधाई एवं शुभकामनायें दी।
- डॉक्यूमेंट्री फिल्म ‘मोतीबाग’ में पहाड़ के जीवन की हकीकत के साथ साथ गाँवों की वर्तमान स्थिति को पर्दे पर शानदार तरीके से उकेरा गया है।
आकाश ज्ञान वाटिका, देहरादून। पहाड़ी जनपद पौड़ी के कल्जीखाल ब्लॉक के सांगुड़ा गाँव निवासी किसान ८३ साल के बुजुर्ग विद्या दत्त शर्मा के जीवन संघर्ष पर बनाई गई डॉक्यूमेंट्री फिल्म ‘मोतीबाग’ का चयन ऑस्कर अवार्ड के लिए हुआ है। उत्तराखंड की पावन माटी अब अमेरिका से सम्पूर्ण दुनिया में अपनी महक बिखेरेगी। डॉक्यूमेंट्री फिल्म ‘मोतीबाग’ अमेरिका के कैलिफोर्निया स्थित लॉस एंजलिस शहर में प्रदर्शित होगी। फिल्म के निर्देशक निर्मल चंद्र डंडरियाल ने यह जानकारी दी है। यह उत्तराखंड के लिए एक गौरव का क्षण है। हमें पूरी उम्मीद है कि ‘मोतीबाग’ की अकल्पनीय महक ऑस्कर पुरस्कार के रूप में अनमोल सौगात लेकर आएगी। फिल्म में पहाड़ के पलायन, पर्यावरण, जल संरक्षण को लेकर बुजुर्ग की जीवन लीला को मार्मिक रूप से सामने रखा गया है। डॉक्यूमेंट्री फिल्म ‘मोतीबाग’ ने देश के कोने-कोने में लोक जीवन को दिखाया। केरल में आयोजित अंतरराष्ट्रीय डॉक्यूमेंट्री फिल्म महोत्सव में ‘मोतीबाग’ को प्रथम पुरस्कार मिला। फिल्म का निर्देशन, डाक्यूमेंट्री निर्मित करने के लिए तीन बार राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त कर चुके, विख्यात डाक्यूमेंट्री फिल्म निर्देशक निर्मल चंद्र डंडरियाल ने किया है।
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने सुदूर पहाड़ी जनपद पौड़ी के किसान विद्यादत्त शर्मा के जीवन संघर्ष पर बनी डॉक्युमेंट्री फिल्म ‘मोतीबाग’ के आस्कर अवार्ड के लिए नामित होने पर फिल्म निर्देशक निर्मल चंद्र डंडरियाल को बधाई एवं शुभकामनायें दी। उन्होंने इस फिल्म के आस्कर अवार्ड के लिये नामित होने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि जहाँ यह फिल्म युवाओं को अपने गाँव में रहकर सेवा करने की प्रेरणा देगी, वहीं पलायन रोकने की दिशा में भी सहायक होगी। इस अवसर उन्होंने समस्त प्रदेश वासियों को बधाई एवं शुभकामनायें दी।
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा, “हमारा पारम्परिक व्यवसाय कृषि तथा पशुपालन रहा है। उत्तराखण्ड सरकार द्वारा कृषि, उद्यान एवं पशुपालन के क्षेत्र में अनेक योजनायें संचालित की जा रही हैं। उन्होंने युवा काश्तकारों से योजनाओं का लाभ लेकर कृषि एवं उद्यान को आर्थिकी का प्रभावी संसाधन बनाते हुए पलायन रोकने में अहम भूमिका निभाने की अपील भी की।”
विकास खंड कल्जीखाल स्थित सांगुडागाँव, उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल जिला की विषम भौगोलिक परिस्थितियों के बीच स्थित है। गाँव में बुजुर्ग किसान विद्या दत्त शर्मा विगत 52 वर्षों से पहाड़ की पावन माटी कि सजीवता को संजोए हुए हैं। एक घंटे की डॉक्यूमेंट्री फिल्म में जिले के कल्जीखाल ब्लाक स्थित सांगुडा गाँव के ८३ वर्षीय बुजुर्ग विद्या दत्त शर्मा के जीवन संघर्ष को मार्मिक दिखाया गया है। जब विद्या दत्त शर्मा २५ वर्ष के थे तो उन्होंने सरकारी सर्विस, सर्वेयर के पद से त्यागपत्र दे दिया और खेती-किसानी शुरू कर एक बाग, ‘मोतीबाग’ बनाया एवं बारिश के पानी को संरक्षित करने के लिए सुखदेई जलाशय का निर्माण किया। पलायन का मर झेल रहा उनका गाँव भी लगभग खाली हो चुका है इसलिए वह नेपाली मूल के लोगों के साथ खेती-बाड़ी कर रहे हैं। डॉक्यूमेंट्री फिल्म ‘मोतीबाग’ में पहाड़ के जीवन की हकीकत के साथ साथ गाँवों की वर्तमान स्थिति को पर्दे पर शानदार तरीके से उकेरा गया है। आकाश ज्ञान वाटिका के समस्त सदस्य, गौरव के इस क्षण में समस्त उत्तराखंड वासियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं प्रेषित करते हैं।
घनश्याम चन्द्र जोशी
सम्पादक
आकाश ज्ञान वाटिका न्यूज़ पोर्टल