मुख्यमंत्री योगी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होंगे प्रधानमंत्री मोदी समेत देशभर के कई दिग्गज नेता
आकश ज्ञान वाटिका, 16 मार्च, 2022, बुधवार, लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा की शानदार विजय के बाद नई सरकार के शपथ ग्रहण समारोह को भी यादगार बनाने की तैयारी है। होली के बाद 21 मार्च की तिथि प्रस्तावित है। इकाना स्टेडियम में होने जा रहे भव्य समारोह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और गृहमंत्री अमित शाह, अन्य केंद्रीय मंत्री, भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री और देशभर के प्रमुख नेता शामिल होंगे। मंत्रिमंडल गठन पर निर्णय के लिए महत्वपूर्ण बैठक के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत प्रदेश भाजपा की कोर कमेटी बुधवार को दिल्ली जा रही है।
वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा की प्रचंड जीत के बाद 19 मार्च को योगी सरकार ने राजधानी के रमाबाई आंबेडकर स्मृति उपवन के मैदान में शपथ ली थी। डेढ़ दशक बाद मिली उस जीत को लेकर भाजपा बहुत उत्साहित थी तो इस बार लगातार प्रदेश की सत्ता में वापसी के आनंद-उमंग में पार्टी डूबी है। इस बार 21 मार्च को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित मंत्रिमंडल द्वारा शपथ लिया जाना प्रस्तावित है। शपथ ग्रहण समारोह के लिए शहीद पथ स्थित इकाना स्टेडियम को चुना गया है।
प्रदेश स्तर पर पार्टी ने जातीय-क्षेत्रीय समीकरणों के हिसाब से मंत्रिमंडल गठन की रूपरेखा पर काफी काम कर लिया है। अब अंतिम निर्णय केंद्रीय नेतृत्व के साथ विचार-विमर्श के बाद लिया जाना है। इसके लिए बुधवार सुबह सीएम योगी आदित्यनाथ, प्रदेश प्रभारी राधा मोहन सिंह, प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह, प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और डॉ० दिनेश शर्मा दिल्ली जा रहे हैं।
वहां राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृहमंत्री अमित शाह, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय महामंत्री संगठन बीएल संतोष, प्रदेश चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान सहित अन्य वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक होनी है। इसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी शामिल हो सकते हैं। इसी बैठक में मंत्रिमंडल के गठन सहित शपथ ग्रहण समारोह की रूपरेखा पर अंतिम मुहर लग जाएगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शपथ ग्रहण समारोह के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सहित अन्य वरिष्ठ नेताओं को न्योता भी देंगे। लगभग तय है कि मोदी, नड्डा, राजनाथ, शाह, अन्य केंद्रीय मंत्री और भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री इस समारोह में शामिल होंगे। एक संभावना यह भी है कि यदि 21 मार्च को पीएम का समय नहीं मिलता है तो तिथि में परिवर्तन किया जा सकता है।