कार्तिक पूर्णिमा के पावन अवसर पर हरिद्वार में श्रद्धालुओं का लगा जमघट
आकाश ज्ञान वाटिका, हरिद्वार । कार्तिक पूर्णिमा के पावन पर्व पर हरिद्वार में श्रद्धालुओं में अलग ही उत्साह देखने को मिल रहा है। आज कार्तिक शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा का स्नान का दिन है। गंगा में डुबकी लगाने के लिए देश के कईं जगहों से श्रद्धालु धर्मनगरी पहुंचे हैं। धर्मनगरी हरिद्वार समेत ऋषिकेश के गंगा तटों, लक्ष्मण झूला, स्वर्ग आश्रम त्रिवेणी घाट और बैराज आदि पर श्रद्धालुओं का तांता लगना शुरू हो चुका है। वहीं हरिद्वार की हर की पैडी पर देर रात से ही लोग जुटने शुरू हो गए थे जिन्होंने ब्रह्म मुहूर्त में स्नान किया।
यह स्नान वर्ष का अंतिम स्नान पर्व है। इस बार कार्तिक पूर्णिमा का स्नान मुसल योग और भरणी नक्षत्र में हो रहा है। कार्तिक पूर्णिमा पर चंद्रमा वर्ष के सबसे तेज प्रकाश से चमकते हैं। मान्यता है कि इस दिन गंगा आदि पवित्र नदियों में स्नान करने से चंद्रमा से हो रही अमृतवृष्टि का लाभ स्नानार्थियों को मिलता है। भरणी नक्षत्र को पूर्णिमा के लिए पवित्र नक्षत्र माना गया है। हर की पैडी आदि गंगा घाटों पर गंगा का यह स्नान तड़के चार बजे से प्रारंभ हो गया। जहां तक उदयकाल पूर्णिमा का सवाल है, स्नान पूरे दिन होगा। यद्यपि पूर्णिमा तिथि सोमवार की सायंकाल ही लग चुकी है जो आज पूर्णिमा सूर्यास्त के बाद तक बनी रहेगी। कार्तिक पूर्णिमा का स्नान करने के लिए देश के पर्वतीय भागों, दिल्ली और उत्तर प्रदेश से खासी संख्या में श्रद्धालुओं का आगमन हुआ है। वर्ष के स्नानों का यह सिलसिला इस स्नान के साथ संपन्न हो जाएगा। अब अगला स्नान पर्व नये वर्ष में मकर संक्रांति पर पड़ेगा। सोमवार को गुरुनानक देव महाराज का प्रकाशोत्सव धूमधाम से मनाया गया । कार्तिक पूर्णिमा स्नान को लेकर हरिद्वार पुलिस ने तैयारी पूरी कर ली है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सेंथिल अबुदई कृष्णराज एस ने सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर अधीनस्थों को विशेष चौकसी बरतने के निर्देश दिए हैं। हर परिस्थिति से निपटने के लिए मेला क्षेत्र को नौ जोन और 32 सेक्टरों में बांटा गया है। साथ ही एसपी सिटी को मेला क्षेत्र की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
सोमवार को उत्तरी हरिद्वार क्षेत्र की कमल दास कुटिया में यातायात पुलिस लाइन में एसएसपी सेंथिल अबुदई ने अधीनस्थों के साथ बैठक की। इस दौरान अधीनस्थों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि कार्तिक पूर्णिमा पर्व का विशेष महत्व होने के कारण दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, उत्तर-प्रदेश से भारी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं। इस बार भी भारी संख्या में श्रद्धालुओं के आगमन का अनुमान है। लिहाजा विशेष सतर्कता बरतने की आवश्यकता है। एसएसपी कानून व्यवस्था, भीड़ नियंत्रण, पार्किंग व्यवस्था एवं डायवर्जन को लेकर एक्सरसाइज कर लेने के निर्देश दिए हैं।वार की शाम को उस एरिया में बैरिकेडिंग करते हुए भारी संख्या में पुलिस फोर्स की तैनाती भी कर दी गई। एसएसपी ने सिखों के हरकी पैड़ी कूच करने को लेकर चौकसी बरतने के निर्देश दिए हैं। शहर से सटे देहात क्षेत्रों एवं सीमावर्ती क्षेत्रों में भी अलर्ट जारी कर दिया गया है।