उत्तराखंड में आफत बनकर बरस रही ‘बारिश’, चलती कार पर पत्थर गिरने से प्रोफेसर की मौत
आकाश ज्ञान वाटिका, 22 जुलाई 2021, गुरुवार, देहरादून। उत्तराखंड में मानसून की बारिश अब आफत बनकर बरस रही है। ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे पर तोताघाटी में चलती कार पर पत्थर गिरने से प्रोफेसर की मौत हो गई। कार में सवार अन्य लोग घायल हैं। वहीं, पिथौरागढ़ में पांच दिन पूर्व खुला चीन सीमा को जोड़ने वाला तवाघाट-गर्बाधार-लिपुलेख मार्ग गर्बाधार से आगे मलबा आने से फिर बंद हो गया है। इसके अलावा प्रदेश में अब भी 50 से अधिक मोटर मार्ग बंद हैं। कई स्थानों पर ग्रामीणों के फंसे होने की भी सूचना है।
प्रदेश में तीन दिन बाद बुधवार को मैदानी इलाकों में धूप खिली, लेकिन पहाड़ में बादल छाए रहे। कई स्थानों पर तेज बौछारें भी पड़ीं। इस बीच सुबह ऋषिकेश-बदरीनाथ राजमार्ग पर तोताघाटी के पास सौड़पाणी में ऋषिकेश से आ रही कार के ऊपर अचानक पहाड़ी से बड़ा पत्थर गिर गया। इससे कार में पिछली सीट पर बैठे नरेंद्रनगर राजकीय महाविद्यालय के प्रोफेसर मनोज सुंदरियाल की मौत हो गई।
कार में मनोज के साथ उनके भाई अधिवक्ता पंकज सुंदरियाल और चालक भी थे, जो बाल-बाल बच गए। उधर, कुमाऊं में लगातार बारिश का क्रम बना हुआ है। इससे संपर्क मार्गों को खोलने का कार्य भी बाधित है। चंपावत जिले में चार दिन से लगातार हो रही बारिश परेशानी का सबब बनी हुई है। टनकपुर-पिथौरागढ़ हाईवे बंद होने से आवाजाही पूरी तरह ठप है।
यहां से कई लोग वापस लौट गए हैं, जबकि कई अभी भी सड़क खुलने का इंतजार कर रहे हैं। दूसरी तरफ, बनबसा में शारदा और हुड्डी नदी उफान पर हैं। यहां हुड्डी नदी से लगे कई गांवों में जलभराव हो गया है। मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक गुरुवार को भी बारिश का क्रम बना रह सकता है। देहरादून, नैनीताल और पिथौरागढ़ में कहीं-कहीं भारी बारिश की आशंका है। अन्य पर्वतीय क्षेत्रों में गरज के साथ बौछारें पड़ सकती हैं।