मध्य प्रदेश में अगले पांच दिनों तक भारी बारिश का अलर्ट, जानें सभी ताजा अपडेट
नई दिल्ली मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में आज बारिश हो गई। बता दें कि पहले ही यह राज्य कई दिनों से भारी बारिश का सामना कर रहा है। यहां पर बाढ़ जैसे हालात बन चुके हैं। मौसम विभाग ने दिल्ली-यूपी, उत्तराखंड सहित झारखंड के लिए भी आज बारिश का अलर्ट जारी किया है।
देश के अधिकतर राज्यों में भारी बारिश के चलते बाढ़ के हालात बने हुए हैं। वहीं उत्तर भारत में फिलहाल बारिश का दौर रुक गया है, लेकिन मौसम विभाग की तरफ से लगातार दिल्ली-एनसीआर, हरियाणा, यूपी, पंजाब सहित पहाड़ी इलाकों के लिए बारिश का अलर्ट जारी किया जा रहा है। आज भी दिल्ली-एनसीआर में बादल छाए हुए हैं, उम्मीद जताई जा रही कि राजधानी में हल्की से मध्यम बारिश हो जाए। मौसम विभाग की तरफ से दिल्ली के लिए येलो अलर्ट भी जारी किया गया है। वहीं पंजाब, हरियाणा-यूपी में बारिश के आसार जताए जा रहे हैं। पहाड़ी राज्य उत्तराखंड में बारिश की संभावना बनी हुई है। माना जा रहा है कि इस राज्य के कुछ इलाकों में अगले तीन दिनों तक गरज के साथ तेज बौछार पड़ सकती है। उधर, झारखंड के कई जिलों के लिए भी आज भारी बारिश का अलर्ट है। हालांकि, दिन में उमस परेशान कर सकती है, लेकिन शाम होते-होते बारिश से मौसम सुहाना हो जाएगा।
मध्य प्रदेश में अगले पांच दिनों तक भारी बारिश का अलर्ट
भारी बारिश से प्रभावित राज्य, मध्य प्रदेश की बात करें तो यहां पर फिलहाल पांच दिनों तक बारिश से कोई बड़ी राहत नहीं मिलने वाली है। मौसम विभाग की तरफ से बताया गया है कि कम दबाव का एक क्षेत्र उत्तर पश्चिमी मध्य प्रदेश और आसपास के इलाकों में बना है। इतना ही नहीं मानसूनी ट्रफ रेखा गंगानगर, नारनौल, उत्तर पश्चिम मध्य प्रदेश के ऊपर निम्न दबाव के क्षेत्र के केंद्र से गुजरती हुई वाराणसी, गया, बांकुरा के साथ दक्षिण पूर्व की ओर बंगाल की उत्तरपूर्वी खाड़ी की ओर जा रही है। जिसके, चलते अगले पांच दिनों तक मध्य प्रदेश में भारी बारिश के आसार बन रहे हैं।
पूर्वी राजस्थान में बारिश का अलर्ट
वहीं आज पूर्वी राजस्थान में अलग-अलग इलाकों में भारी बारिश के आसार बन रहे हैं। मौसम का पूर्वानुमान जारी करने वाली एजेंसी स्काईमेट वेदर ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि पूर्वी राजस्थान में लगातार बारिश के आसार बन रहे हैं। बता दें इस प्रदेश में भी पिछले कई दिनों से मूसलाधार बारिश हो रही है, जिसके चलते यहां पर बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। नदियों का जलस्तर भी बढ़ रहा है।