पंजाब कांग्रेस को लगा बड़ा झटका : पूर्व अध्यक्ष सुनील जाखड़ हुए भाजपा में शामिल
राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सुनील जाखड़ को दिलवाई भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता
आकाश ज्ञान वाटिका, 19 मई 2022, गुरूवार, नई दिल्ली। ग्रेस के पूर्व प्रदेश प्रधान सुनील जाखड़ आज भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए हैं। बताया जा रहा है कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने जाखड़ को पार्टी की सदस्यता दिलवाई। जानकारी के अनुसार, जाखड़ के भाजपा में शामिल होने का फैसला कल ही हो गया था। कांग्रेस को गुड बाय कहने वाले जाखड़ ने बुधवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ दिल्ली में मुलाकात की थी। जाखड़ इन दिनों दिल्ली में ही हैं। सुनील जाखड़ के भाजपा में शामिल होने से कांग्रेस को गुजरात के बाद पंजाब में बड़ा झटका लगा है।
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सुनील जाखड़ का पार्टी में स्वागत किया तथा उनको भाजपा का पटका पहना कर फूलों का गुलदस्ता दिया। राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि सुनील जाखड़ जैसे नेता का भाजपा में शामिल होना स्वागत योग्य और बड़ा कदम है। पंजाब में राष्ट्रवादी सोच के लोगों के लिए सबसे बड़ी पार्टी है और सुनील जाखड़ ऐसे ही नेता हैं। पंजाब में राष्ट्रवादी ताकतों को मजबूत करने की जरूरत है। जाखड़ की पार्टी से अलग और खास छवि है।
सुनील जाखड़ ने कहा कि मैं 50 साल का कांग्रेस से रिश्ता तोड़ कर भाजपा में शामिल हुआ हूं। 50 साल पुराना रिश्ता तोड़ना आसान नहीं था, लेकिन सवाल यह है कि इसका क्या कारण हुआ। सवाल राष्ट्रीयता और पंजाब के भाईचारे की परंपरा को नुकसान पहुंंचाने की कोशिश की थी। यह रिश्ता किसी व्यक्ति के कारण नहीं टूटा, बल्कि सवाल उसूलों का था। माना जा रहा है कि जाखड़ के भाजपा में शामिल होने से पार्टी को पंजाब में मजबूती मिली है। जानकारी के अनुसार भाजपा जाखड़ को राज्य सभा भी भेज सकती है। हालांकि, इसे लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं है। भाजपा जाखड़ से यह अपेक्षा रखती है कि वह पंजाब संभालें। सूत्रों की मानें तो लंबे समय तक प्रदेश की राजनीति करने वाले जाखड़ अब राष्ट्रीय राजनीति में हाथ आजमाना चाहते हैं।
प्राप्त सूत्रों के अनुसार भाजपा जाखड़ को राज्य सभा में भेज कर प्रदेश में भी उनको अहम भूमिका दे सकती है। इसका प्रमुख कारण यह है कि पंजाब में भले ही भाजपा विधान सभा चुनाव में अपनी दमदार उपस्थिति दर्ज करवा सकती हो, लेकिन यह उपस्थिति पार्टी के उम्मीदों पर खरी नहीं उतरी थी।
यह भी विदित रहे कि सुनील जाखड़ ने बीते शनिवार को ही पार्टी को गुडबाय कह दिया था। सुनील जाखड़ कांग्रेस पार्टी के नेतृत्व से तब से ही नाराज चल रहे थे, जब राहुल गांधी की ‘मंजूरी’ के बावजूद वह पंजाब के मुख्यमंत्री इसलिए नहीं बन पाए, क्योंकि वह हिंदू थे। कांग्रेस की वरिष्ठ नेता अंबिका सोनी ने अंतिम समय पर यह कह कर स्थिति बदल दी कि अगर किसी हिंदू को मुख्यमंत्री बनाया गया तो पंजाब में आग लग जाएगी।