उच्च शिक्षा मंत्री डॉ० धन सिंह रावत ने श्रीनगर गढ़वाल मेडिकल कॉलेज में खुलने वाले 30 बिस्तरों का ICU अस्पताल की वेविनार के माध्यम से की समीक्षा
आकाश ज्ञान वाटिका, 1 मई 2021, शनिवार, देहरादून। प्रदेश के उच्च शिक्षा, सहकारिता, आपदा प्रबंधन मंत्री डॉ० धन सिंह रावत ने आज शनिवार को वीर चंद्र सिंह गढ़वाली मेडिकल कॉलेज श्रीनगर गढ़वाल में खुलने वाले 30 बिस्तरों का ICU अस्पताल की वेविनार के माध्यम से समीक्षा की।
इस समीक्षा बैठक में चिकित्सा शिक्षा निदेशालय के अधिकारी श्रीनगर मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य व एचएलएल कंपनी के अधिकारी शामिल हुए।
मंत्री डॉ० धन सिंह रावत ने कंपनी को 20 दिन के भीतर 27 बिस्तर और तीन बिस्तर वाला वाला अस्पताल बनाने के निर्देश दिए उन्होंने कहा कि इसमें देरी न की जाये। उन्होंने कहा कि श्रीनगर मेडिकल कॉलेज में पौड़ी गढ़वाल चमोली, रुद्रप्रयाग और टिहरी गढ़वाल के लोग कोविड-19 काल में अपना इलाज कराने बड़ी संख्या में आ रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि मंत्री डॉ० धन सिंह रावत ने प्रदेश सरकार से श्रीनगर मेडिकल कालेज में आईसीयू 30 बिस्तरों का अस्पताल खुलवाने के लिए 7 करोड़ रुपए मंजूर कराये थे।
इस काम को भारत सरकार के उपक्रम एचएलएल को दिया गया। कंपनी के श्री खेतवाल ने मंत्री डॉ० धन सिंह रावत को समीक्षा बैठक में बताया कि अस्पताल के लिए उपकरण खरीद लिए गए हैं, कोविड की वजह से रोड और लेबर की थोड़ी दिक्कत हो रही है।
उच्च शिक्षा मंत्री डॉ० धन सिंह रावत ने कहा कि 3 दिन बाद जिलाधिकारी पौड़ी गढ़वाल के साथ श्रीनगर मेडिकल कॉलेज का दौरा करेंगे और आईसीयू 30 बिस्तरों अस्पताल बनने में आ रही अड़चनों को दूर करेंगे।
मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ० रावत ने कहा कि 27 बिस्तरों के आईसीयू जो कि कोविड-19 में है में किसी भी तरह का काम की शुरुआत नहीं हुई है उन्होंने बताया कि 3 बिस्तरों का आईसीयू जो की ओटी ब्लॉक में है इसमें डिस्मेंटलिंग का कार्य पिछले 10 दिन से चल रहा है टाइल्स फॉर सीलिंग पुरानी विद्युत लाइन, खिड़कियां, ईट, पुरानी ऑक्सीजन पाइप लाइन, पुरानी टॉयलेट हटाने का कुल 20% कार्य हुआ है।
उच्च शिक्षा मंत्री डॉ० धन सिंह रावत ने चिकित्सा शिक्षा निदेशालय उत्तराखंड सरकार के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वह एच.एल.एल. कंपनी के हॉस्पिटल निर्माण कार्य की समयबद्ध मॉनिटरिंग करें। इस अस्पताल का तुरंत निर्माण करें, ताकि चार जिलों के लोगों को कोविड काल में सहूलियत मिल सकें।