डेंगू मलेरिया के सक्रिय सीजन को देखते हुए इसके उन्मूलन के सभी व्यापक पूर्वोपाय किये जायें : जिलाधिकारी डाॅ० आशीष कुमार श्रीवास्तव
आकाश ज्ञान वाटिका, शनिवार, 6 जून 2020, देहरादून (जि.सू.का)। ‘‘डेंगू मलेरिया के सक्रिय सीजन को देखते हुए इसके उन्मूलन के सभी व्यापक पूर्वोपाय किये जायें’’ यह निर्देश जिलाधिकारी डाॅ० आशीष कुमार श्रीवास्तव द्वारा वीडियो कन्फे्रंसिंग के माध्यम से कनेक्टेड सभी उप जिलाधिकारियों, नगर निकायों, स्वास्थ्य विभाग और सम्बन्धित विभागीय अधिकारियों को दिये।
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राजपुर रोड कैम्प कार्यालय में आयोेजित वीडियो कान्फे्रसिंग से उन्होंने डेंगू-मलेरिया उन्मूलन हेतु आगामी बुधवार से पूरे सीजन तक प्रत्येक सप्ताह बुधवार और शनिवार, दो दिन लगातार व्यापक पैमाने पर प्रातः 08ः30 बजे 09ः30 बजे तक अभियान चलाते हुए जलभराव क्षेत्रों में पानी की सुगम निकासी करने, नालियों-नालों की नियमित सफाई करने, चूने का छिड़काव, फाॅगिंग, पानी की टंकी के जल शुद्धीकरण जैसे कार्यों को लगातार करते रहने के निर्देश दिये तथा जनपद के विभिन्न क्षेत्रों में पिछले वर्ष सामने आये डेंगू के हाॅट-स्पाॅट क्षेत्रों, टायरों की दुकानों व वर्कशाॅप, नर्सरी, होटल्स, शासकीय भवनों, वेडिंग प्वांईट्स, कन्स्ट्रक्शन्स साईट्स, गमलों, टूटे-फूटे टायरों-डब्बों, कूलर इत्यादि की चैकिंग करते हुए रूके पानी को हटाने तथा लोंगों को इसके लिए व्यापक जागरूक करने तथा उसके पश्चात उल्लंघन करने वाले संस्थानों/फर्मों/दुकानों पर सुसंगत कानून के तहत् सख्त वैधानिक कार्यवाही करने के अधिकारियों को निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि डेंगू उन्मूलन और सेनेटाइजेशन अभियान में सम्बन्धित क्षेत्रों के जनप्रतिनिधियों मा० विधायकगण, मा० अध्यक्ष जिला पंचायत, मा० मेयर नगर निगम, मा० सदस्य जिला पंचायत, मा० पार्षदगण, सभासदजन का भी सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए सहयोग लें और उनको अपने आसपास किसी भी तरह के जलभराव को हटाने और सेनिटाइजेशन करवाने हेतु प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि शनिवार के अवकाश के दिन एन्टी लार्वा अभियान और सेनेटाइजेशन हेतु सघन चैकिंग करने को सचिवालय और विधानसभा में भी शनिवार के दिन अभियान चलाने का प्रयास किया जायेगा और इसके लिए वरिष्ठ अधिकारियों से भी अपील की जाय कि वे भी इस अभियान का सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखते हुए हिस्सा बनें।
जिलाधिकारी ने सभी उप जिलाधिकारियों को निर्देश दिये कि वे प्रत्येक क्षेत्रों में डेंगू वार्ड बैड बढाने हेतु प्रस्ताव प्रस्तुत करें, विशेषकर उन्होंने विकासनगर सामुदायिक केन्द्र और कालसी के क्षेत्र में डेंगू वार्ड में बैड बढ़ाने के लिए प्रस्ताव प्रस्तुत करने के निर्देश दिये ताकि यदि पछवादून में डेंगू मरीज सामने आते हैं तो मरीजों को देहरादून स्थानान्तरित न करना पड़े। उन्होंनें यह भी निर्देश दिये कि स्वास्थ्य विभाग के समन्वय से ब्लड डोनर्स की सूची अपडेट की जाय, ताकि आवश्यकता पड़ने पर असानी से ब्लड की उपलब्धता सुनिश्चित की जा सके।
जिलाधिकारी ने सिंचाई विभाग को निर्देश दिये कि जनपद में स्थित सभी तालाबों में गम्बूजिया मछली छोड़ी जाय ताकि मच्छरों के लार्वा का खात्मा हो सके। उन्होंने अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व को निर्देशित किया कि उप जिलाधिकारी सदर और नगर निगम के समन्वय से रायपुर क्षेत्र में जलभराव वाले क्षेत्रों का निरीक्षण करें तथा स्थानीय पाषर्दों से समन्वय करते हुए डेंगू-मलेरिया के जोखिम की किसी भी स्थिति का पूर्व निधान करें। उन्होंने कहा कि इस सम्बन्ध में केन्टोंमेंट बोर्ड से भी बात कर ली जाय और उनको भी डेंगू उन्मूलन और कोरोना महामारी की रोकथाम के लिए प्रेरित किया जाय। इसी तरह ऋषिकेश में भी चन्द्रेश्वर, मायाकुण्ड जैसे पिछले डेंगू हाॅट-स्पाॅट क्षेत्रों पर भी विशेष फोकस करते हुए अभियान चलायें और लोगों को इसके लिए व्यापक जागरूक भी करें।
इसी दौरान जिलाधिकारी ने कोरोना महामारी के प्रकोप से बचाव एवं इसकी रोकथाम के सम्बन्ध में सभी अधिकारियों को ब्रिफ करते हुए जरूरी दिशा-निर्देश दिये। उन्होंने उप जिलाधिकारियों को निर्देश दिये कि स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर कोविड-19 के सर्विलांस, और सैम्पलिंग से जुड़ा विवरण लगातार अपडेट करते रहें। कोरोना की रोकथाम के लिए फ्रण्टलाइन में कार्य कर रहे विभागों और कार्मिक किसी भी दशा में स्वयं संक्रमित ना होने पाय इसके लिए कोरोना मरीज, क्वारेंटीन सेंन्टर्स, आईसोलेशन वार्ड इत्यादि में मरीज को अटेण्ड करते समय बचाव का निर्धारित प्रोटोकाॅल का पूरा पालन किया जाय साथ ही इस बात का ध्यान रखा जाय कि संक्रमित मरीजों की किसी भी तरह मिक्सिंग न होने पाय।
जिलाधिकारी ने अधीनस्थ अधिकारियों को यह भी निर्देश दिये कि यदि किसी मेडिकल स्टोर अथवा प्राईवेट क्लीनिक पर कोई कोरोना संक्रमित व्यक्ति दवा लेता है तो उसकी सूचना तत्काल कन्ट्रोलरूम को वाट्सएप्प अथवा दूरभाष से देंगे ताकि उस व्यक्ति को तत्काल ट्रेक किया जा सके। साथ ही Co Morbidity अवस्था (किसी असाघ्य व अन्य गंभीर रोग से पीड़ित) के व्यक्ति 65 वर्ष से अधिक तथा गर्भवती महिला की सूची अपडेट कर लें साथ ही कोरोना के संक्रमण के अधिक बढने की दशा में इनके सुरक्षित बचाव के लिए किये जाने वाले प्रयासों को व्यापक होमवर्क करते हुए किया जाय तथा ऐसे व्यक्तियों को घरों में ही रहने तथा जरूरी एहतियात बरतने को जागरूक किया जाय।
अन्त में जिलाधिकारी ने कोविड-19 से निपटने हेतु इसमें लगे अधिकारियों और विभागों द्वारा किये जा रहे प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि सभी विभाग और अधिकारी वर्तमान डेंगू मलेरिया सीजन में भी डेंगू और कोरोना रोकथाम की दोहरी जिम्मेदारी का बखूबी निर्वहन करेंगे। इसके लिए सभी एक टीम के रूप में कार्य करेंगे। उन्होंने नगर निगम और नगर पालिकाओं के साथ ही स्वास्थ्य विभाग को विशेष रूप से सक्रियता बरतने को कहा कि इन दोनों विभाग की भूमिका बहुत निर्णायक है। सभी नगर निकाय अपने-अपने क्षेत्रों में साफ-सफाई और सेनिटाइजेशन कार्य को लगातार जारी रखें।
उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायतों में बनाये गये क्वारेंटीन सेन्टर्स हेतु ग्राम प्रधानों को पर्याप्त वित्तीय धनराशि निर्गत करें साथ ही ग्राम पंचायत विकास अधिकारी अथवा पटवारी जैसे स्थानीय कार्मिकों के माध्यम से क्वोंरटीन सेन्टर्स की निगरानी करते रहें।
इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी वि/रा बीर सिंह बुदियाल, उप जिलाधिकारी मसूरी वरूण चैधरी, जिला होम्योपैथिक अधिकारी डाॅ० जे.एल. फिरमाॅल, डाॅ० सुभाष जोशी, सम्बन्धित अधिकारी कैम्प कार्यालय में तथा विभिन्न क्षेत्रों के उप जिलाधिकारी नगर आयुक्त नगर निगम ऋषिकेश व नगर पालिका परिषदों के अधिशासी अधिकारी वीडियो कान्फ्रेसिंग के माध्यम से उपस्थित थे।