मुख्यमंत्री गुरूवार को नैनीताल जनपद वासियों को लोकापर्ण व शिलान्यास के जरिये एक अरब तेरह करोड़, बयालिस लाख रुपये की योजनाओें से नवाजेंगे
आकाश ज्ञान वाटिका। हल्द्वानी, 26 फरवरी, 2020 (सूचना)। सूबे के मुखिया मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिह रावत गुरूवार को जनपद वासियों को लोकापर्ण व शिलान्यास के जरिये जहाँ एक अरब तेरह करोड़, बयालिस लाख की योजनाओें से नवाजेंगे, वही जिलाधिकारी श्री सविन बंसल के नेतृत्व मे विभिन्न विभागों द्वारा जनकल्याण के लिए किये गये अभिनव कार्यों का प्रजेंटेशन भी मुख्यमंत्री के कार्यक्रम के दौरान किया जायेगा। तयशुदा कार्यक्रम के अनुसार मुख्यमंत्री का कार्यक्रम 27 फरवरी को हल्द्वानी शहर के मधुबन वैंकेट हाल मे आयोजित किया गया है।
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जिलाधिकारी श्री सविन बंसल की अभिनव पहल से आम आदमी के बीच उनकी काफी लोकप्रियता है, वही विश्वास और आशा के साथ लोग उनके यहाँ दस्तक देते हैं।
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जिलाधिकारी श्री सविन बंसल के दिशा निर्देशन में स्वास्थ्य, आवास,पोस्ट कार्ड गर्वेनेस, विद्यालयी शिक्षा, ग्राम्य विकास नैनीझील संवर्धन मे अभिनव पहल करते हुये अनेक जनोउपयोगी कार्यक्रमों को धरातल पर उतारा गया है। जिलाधिकारी ने जनपद में आम आदमी तक पहुँचा के लिए पोस्टकार्ड गर्वेनेस की व्यवस्था की है जो कि जिला प्रशासन की अभिनव पहल है। उन्होंने पोस्टकार्ड के जरिये जनपद के दूरदराज इलाकों के लोगों तक व्यक्तिगत लाभ परक योजनाओं के आवेदनों व अन्य प्रक्रियाओं में आशिक संशोधन एवं सुधार हेतुु लाभार्थियो प्रत्यक्ष सम्वाद स्थापित सूचना हासिल कर लाभार्थी के समय और श्रम की बचत करना है। पोस्टकार्ड गर्वेनेस के जरिये लाभार्थी को यह सुविधा नि:शुल्क दी जा रही है जिससे समय, श्रम व किराये की बचत हो रही है तथा प्रक्रियागत स्तरों में कमी आयी है। पोस्टकार्ड गर्वेनेस का प्रयोग जिला प्रशासन द्वारा समाज कल्याण की विभिन्न योजनाओ के लाभार्थियो एवं कृषि विभाग के किसानोें की प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के लिए प्रभावी किया गया है। समाज कल्याण विभाग द्वारा वृद्ध, विधवा, दिव्यांग पेंशन के लाभार्थियो को 2299 पोस्टकार्ड भेजे गये थे जिसमें से 797 लोगों ने पोस्टकार्ड वापस कर अपनी समस्या का निराकरण कराया। वही कृषि विभाग द्वारा प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के पात्र 13000 काश्तकारों को पोस्टकार्ड भेजे जिसमे से 11800 कार्ड किसानों द्वारा विभाग को वापस कर अपनी समस्या का समाधान कराया। जिलाधिकारी की पोस्टकार्ड गर्वेनेस कार्यक्रम का सभी ने स्वागत किया है।
जिलाधिकारी की अभिनव पहल के अन्तर्गत दीनदयालय अन्त्योदय-राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अन्तर्गत जनपद में स्वयं सहायता समूह के समाजिक एवं आर्थिक उन्नयन हेतु स्वयं सहायता समूह के सुढरीकरण के लिए 15 हिलांस आउटलैट (वुडन हट) बनाये गये हैं। यह आउटलैट स्नेव्यू, कैबगार्डन, जिला पर्यटन विकास अधिकारी कार्यालय, टी-गार्डन श्यामखेत, सातताल, नौकुचियाताल, मुक्तेश्वर,घोड़ाखाल, सड़ियाताल, कोसीबैराज, टीआरसी रामनगर, डांठ भीमताल, सरस मार्केट हल्द्वानी में बनाये जा रहे हैं जिससे ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं के उत्पादों की बिक्री मे बढोत्तरी होगी और वे आत्मलम्बी बनेंगी। श्री बंसल की अभिनव पहल है कि सरकारी संस्थानों एवं चिकित्सालयो में आने वाले लोगो को सस्ता व शुद्ध भोजन मिले इसके लिए स्वयं सहायता समूहों द्वारा तहसील परिसर हल्द्वानी, बीडी पाण्डे चिकित्सालय नैनीताल, कलेक्टेट परिसर नैनीताल, विकास भवन भीमताल में प्रयोग के तौर पर कैन्टीनों का संचालन किया गया है।
जिलाधिकारी श्री बंसल की सकारात्मक सोच के तहत प्रधानमंत्री आवास योजना- ग्रामीण के तहत जनपद के एसईसीसी 2011 सर्वे के आधार पर कुल पात्र लाभार्थी 662 के सापेक्ष 613 लाभार्थियो का आवास स्वीकृत किये गये हैं, जिसके द्वारा आवास पूर्ण किये जा चुके हैं। स्वीकृति हेतु अवशेष 49 आवासों के सम्बन्ध में विकास खण्ड कोटाबाग के 49 भूमिहीन लाभार्थियों को जिला प्रशासन के प्रस्ताव के आधार पर राजस्व परिषद द्वारा विकास खण्ड कोटाबाग के ग्राम भवानीपुर गडियाल में भूूमि आंवटन की स्वीकृति प्रदान कर दी गई हेै। इन सभी 49 लाभार्थियों को मुख्यमंत्री द्वारा भूमि पटटा आवंटन किया जा रहा है। जनपद मे वर्ग-4 व वर्ग-1ख की गत तीन वर्षोे से लम्बित पडी फाइलों को जिलाधिकारी द्वारा दो माह अभियान चलाकर 200 फाइलें पूर्ण करायी गई। जिन्हें माननीय मुख्यमंत्री द्वारा भूमिधरी दस्तावेज वितरित किये जायेंगे।
स्वास्थ्य सेवाओं में सतही तौर पर सुधार एवं आम आदमी तक जनस्वास्थ सेवाओं को पहुचाने के लिए तत्पर जिलाधिकारी श्री बंसल काफी तत्पर एवं सजग हैं। बीडी पाण्डे महिला चिकित्सालय नैनीताल में चिकित्सालय के जीर्णशीर्ण प्रांगण में नये टाइल्स लगाने, चिकित्सालय की चाहरदीवारी का सुढरीकरण, चिकित्साल के लेबर रूम का सुढरीकरण, लेबर रूम के साथ ही चाइल्ड केयर रूम की स्थापना, आपरेशन थ्रिऐटर सुढ़रीकरण का कार्य किया जा रहा है। चिकित्सा प्रबंधन समिति द्वारा दूरदराज ग्रामीण क्षेत्र की आशाओं के लिए आशा घर का निर्माण कराया गया है। बीडी पाण्डे पुरूष चिकित्सालय नैनीताल में जरैटिक वार्ड का सुढ़रीकरण तथा उपकरणों की उपलब्धता करायी गई है तथा सीवर लाइन मरम्मत के साथ ही टीन शैड का निर्माण कराया जा रहा है वही स्वास्थ विभाग की योजना एवं बाल एवं महिला कल्याण विषयों पर आधारित पेंटिग करायी गई है। वही महिला चिकित्सालय हल्द्वानी मे टीकाकरण कक्ष का सुढ़रीकरण, आशाघर का निर्माण, वाटर हार्वेटिंग का कार्य, वाल पेंटिग भी करायी गयी है। इसके साथ ही दुर्गम इलाके के स्वास्थ केन्द्र गरमपानी में डेंटल यूनिट, पैथोलौजी लैब की स्थापना के साथ ही एक्सरे की उपलब्धता भी जिलाधिकारी द्वारा करायी गयी है।
कुमाऊँ के प्रवेश द्वार हल्द्वानी मे स्थापित सोबन सिह जीना बेस चिकित्सालय को जिलाधिकारी श्री बंसल ने काफी विस्तार एवं सुदृढ़ीकरण की दिशा में कार्य किया है। उन्होंने बेस चिकित्सालय में आर्थो टेबल उपलब्ध करायी, सीवर लाइन तथा लिफ्ट के मरम्मत का कार्य कराया गया, नई डेंटल एवं एक्सरे मशीन उपलब्ध कराने हेतु कार्यवाही की गई। जिलाधिकारी ने जनपद में दौलतपुर, लालकुआं, फुटकुआं, भौर्सा, प्यूड़ा, मौना, स्यात तथा पतलिया में प्रसव केन्द्रों को सक्रिय कर ग्रामीण महिलाओं को सुरक्षित प्रसव की सुविधा उपलब्ध करायी।
स्वास्थ्य के साथ ही विद्यालयी शिक्षा को रूचिकर एवं सर्वग्राही बनाने की दिशा में जिलाधिकारी श्री बंसल द्वारा जहाँ एक ओर शासकीय विद्यालयोें में उत्कर्ष योजना के तहत वाइटबोर्ड, मंकीनैट, स्मार्ट टीवी, डाइनिंग टेबल एवं पुस्तकालयों के लिए विभिन्न विषयों की पुस्तकें, एटलस, डिक्शनरी उपलब्ध करायी गई हैं वही विद्यालयों की दीवारों पर वालपेंटिंग भी की गयी है, साथ ही 75 राजकीय माध्यमिक विद्यालयोें मे स्मार्ट टीवी के माध्यम से ई-लर्निग कार्य को प्रोत्साहित किया है। जनपद के 290 राजकीय विद्यालयों में पानी की पेयजल एवं स्वच्छता को बनाये रखने के लिए मंकी नैट स्थापित कराये गये हैं। प्रत्येेक उच्च प्राथमिक विद्यालय में दो, हाईस्कूल में तीन तथा इन्टर कालेज में सात वाइटबोर्ड स्थापित कराये गये हैं। जनपद में प्री-प्राइमरी कक्षाओं का संचालन भी जिलाधिकारी द्वारा कराया गया है। जिलाधिकारी की पहल पर अब विद्यालयों मे बच्चे मध्याहन भोजन का आनन्द डाइनिंग टेबल के माध्यम से ले रहे हैं, पहले फर्श पर टांटपटटी पर ही बच्चे भोजन ग्रहण करते थे। विद्यालयों मे जिलाधिकारी की पहल पर योगा एवं खेलकूद की विशेष सुविधा उपलब्ध करायी गई हैं।
जिलाधिकारी श्री सविन बंसल ने 10 सालों से निष्क्रीय पड़ी 485 वन पंचायतों का गठन एवं सुदृढीकरण कार्य किया, साथ ही 10 वर्षों से वन पंचायतों की निष्क्रीयता के कारण उन्हें लीसा रायल्टी भी नहीं मिल पायी थी। जिलाधिकारी ने वन पंचायतों को लीसा रायल्टी धनराशि उपलब्ध कराना भी प्रारम्भ किया। जिसके तहत अब तक 30 लाख रूपये की रायल्टी वन पंचायत को उपलब्ध करा दी गई है। उनकी पहल पर वन पंचायतों में निर्वाचन प्रक्रिया सम्पन्न हुई। इन वनपंचायतों में नवनिर्वाचित 485 वन सरपंचों ने अपना कार्यभार संभाला, उनकी पहल पर वन सरपंचों को उनके कर्तव्य, अधिकारों एवं वित्तीय प्रबंधन कार्याें का विशेष प्रशिक्षण भी दिया गया। नैनीताल के माॅडल की सराहना करते हुये माननीय मुख्यमंत्री ने पूरे प्रदेश की वन पंचायतों को नैनीताल माॅडल पर सक्रिय करने के निर्देश दिये। आयुष्मती योजना के तहत दैनिक मजदूरी करने वाली महिलाओं के लिए बेहतर स्वास्थ्य के लिए जिलाधिकारी प्रतिबद्ध है, इसके साथ ही वह वंचित एवं सुदूरवर्ती क्षेत्र की बच्चियो का व्यवसायिक एवं आर्थिक संर्वधन करने की दिशा मे प्रयत्नशील हैं। जिलाधिकारी की पहल पर 10 ड्रापआउट बच्चियों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ा गया साथ ही 3 बच्चियों को प्रोफेशनल शिक्षा (नर्सिंग) में दाखिला कराया गया जिनकी फीस जिला प्रशासन द्वारा वहन की जायेगी।
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जिलाधिकारी श्री बंसल की सार्थक पहल पर नैनीझील के दीर्घकालीन संरक्षण एवं आन्तरिक प्रोफाइल किये जाने हेतु झील की आन्तरिक संरचना, जैव विविधता, स्थिति एवं पारस्थितिक तंत्र, पेयजल शुद्धता का विस्तृत विशलेषण एवं परीक्षण आईआरएस संस्थान इसरो देहरादून के वैज्ञानिकों के दल द्वारा कराया गया। इसरो वैज्ञानिकों की टीम द्वारा पहली बार नैनीताल झील की 78 हजार बिन्दुओं की गहरायी नापते हुये कंटूर लेक प्रोफाइल तैयार कर रिपोर्ट दी गई। झील के पानी की गुणवत्ता को पहली बार जीआईएस प्रोफाइल पर प्रदर्शित करते हुये झील के विभिन्न स्थानों पर पानी की गुणवत्ता का मानचित्रीकरण किया गया। इसरो के वैज्ञानिकों द्वारा सर्वे उपरान्त जो डाटा उपलब्ध कराया गया उसे जिला प्रशासन के जीआईएस सैल द्वारा परिशोधन करके महत्वपूर्ण परिणाम ज्ञांत किये गये। जिलाधिकारी द्वारा बैथीमैट्री स्टडी परिणामों को यूएनडीपी को प्रस्ताव बनाकर भेजा गया जिसके फलस्वरूप यूएन द्वारा झील के पानी की सतत निगरानी हेतु परियोजना स्वीकृत कर दी गई है।
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