उत्तराखंड चारधाम यात्रा-2021 : जारी है श्री बदरीनाथ यात्रा
- श्री बदरीनाथ धाम के कपाट 20 नवंबर 2021 को शीतकाल हेतु बंद होंगे।
आकाश ज्ञान वाटिका, 14 नवंबर 2021, रविवार, चमोली।
➥ श्री बदरीनाथ यात्रा जारी है। आज प्रात: से बड़ी संख्या में तीर्थयात्री श्री बदरीनाथ धाम दर्शन को पहुँचे हैं।
➥ श्री बदरीनाथ धाम के कपाट 20 नवंबर 2021 को शीतकाल हेतु बंद होंगे।
➥ कपाट बंद होने के बाद 21 नवंबर 2021 को प्रात: आदि गुरु शंकराचार्य जी की पवित्र गद्दी रावल जी सहित श्री उद्धव जी, श्री कुबेर जी योग-ध्यान बदरी पांडुकेश्वर पहुँचेंगे।
➥ श्री उद्धव जी एवं श्री कुबेर जी योग-ध्यान बदरी पांडुकेश्वर में विराजमान हो जायेंगे।
➥ 22 नवंबर 2021 को आदि गुरु शंकराचार्य जी की गद्दी एवं रावल जी श्री नृसिंह मंदिर जोशीमठ पहुँचेंगे।
➥ योग बदरी पांडुकेश्वर एवं श्री नृसिंह बदरी जोशीमठ में शीतकालीन पूजायें शुरू हो जायेंगी।
➥ ऋषिकेश स्थित चारधाम यात्रा बस टर्मिनल पर सभी विभागों यथा चिकित्सा, पुलिस, परिवहन,यात्रा प्रशासन संगठन, पर्यटन, देवस्थानम बोर्ड,नगरनिगम के हेल्प डेस्क / यात्री पूछताछ काउंटर अभी भी कार्यरत हैं।
➥ हरिद्वार एवं ऋषिकेश यात्रा बस अड्डे से तीर्थयात्री श्री बदरीनाथ धाम रवाना हो रहे हैं।
➥ श्री केदारनाथ भगवान की पंचमुखी उत्सव मूर्ति 6 नवंबर 2021 को कपाट बंद होने के बाद विगत सोमवार 8 नवंबर 2021 को पंचकेदार शीतकालीन गद्दीस्थल श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ में स्थापित होते ही भगवान केदारनाथ जी की शीतकालीन पूजायें शुरू हुई।
➥ कपाट बंद होने के बाद परंपरागत रूप श्री गंगोत्री धाम की शीतकालीन पूजाएं गद्दीस्थल मुखबा( मुखीमठ) तथा श्री यमुना जी की शीतकालीन पूजायें खरसाली(खुशीमठ) में संपन्न हो रही हैं।
उत्तराखंड चार धाम श्री बदरीनाथ, श्री केदारनाथ, श्री गंगोत्री, श्री यमुनोत्री में कपाट बंद होने के बाद शीतकालीन गद्दी स्थलों में छ: माह शीतकालीन पूजायें होती हैं। देवस्थानम बोर्ड के मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने बताया कि आज तक चार लाख चौरासी हजार से अधिक तीर्थयात्री उत्तराखंड चारधाम दर्शन को पहुँच गये हैं। श्री केदारनाथ धाम सहित श्री गंगोत्री-यमुनोत्री जी के कपाट शीतकाल हेतु बंद हो गये हैं। 20 नवंबर 2021 को श्री बदरीनाथ धाम के कपाट शीतकाल हेतु बंद हो जायेंगे। द्वितीय केदार श्री मद्महेश्वर जी के कपाट 22 नवंबर 2021 को शीतकाल हेतु बंद होंगे।
➥ 25 नवंबर 2021 को मद्महेश्वर मेला आयोजित होगा।