राज्य पक्षी मोनाल का होगा संरक्षण, वन मकहमा करेगा ये काम
नैनीताल: खूबसूरती में बेमिसाल और संरक्षित प्रजाति की सूची में शामिल उत्तराखंड के राज्य पक्षी मोनाल के संरक्षण व संवर्धन की दिशा में वन महकमा आगे आया है। बाकायदा नैनीताल चिड़ियाघर में मोनाल का प्रजनन केंद्र स्थापित करने की दिशा में कदम बढ़ा दिए गए हैं।
समुद्र तल से दो हजार से साढ़े तीन हजार मीटर की ऊंचाई में पाया जाने वाला मोनाल का राज्य के उच्च हिमालयी क्षेत्रों पिंडारी, मुनस्यारी, दारमा, चौंदास, व्यास, तुंगनाथ आदि प्रमुख वासस्थल हैं। खूबसूरती में राष्ट्रीय मोर के समान दिखने वाले मोनाल की फोटोग्राफी करने देश-दुनियां के पक्षी प्रेमी उच्च हिमालयी क्षेत्र पहुंचते हैं।
चिड़ियाघर व नेहरू फीजेंट्री मनाली के बीच बनी सहमति
समुद्र तल से 2200 मीटर ऊंचाई में स्थित नैनीताल चिड़ियाघर में इस महत्वपूर्ण प्रजाति के फीजेंट के संरक्षण-संवर्धन तथा प्रजनन के मकसद से प्रजनन केंद्र स्थापित किया जाना है। डीएफओ व चिड़ियाघर के निदेशक डॉ. धर्म सिंह मीणा ने बताया कि प्रजनन के उद्देश्य से नेहरू फीजेंट्री मनाली हिमाचल प्रदेश से दो नर-दो मादा मोनाल लाने पर सहमति बन चुकी है।
यह सहमति बनने के बाद चिड़ियाघर प्रबंधन समिति की बैठक में यह प्रस्ताव रखा जा रहा है। बैठक छह फरवरी को होनी है। यहां बता दें कि नैनीताल चिडिय़ाघर में मोनाल पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र है।