Breaking News :
>>महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज के नवजात शिशु गहन चिकित्सा कक्ष में लगी भीषण आग, 10 मासूमों की मौत>>क्या दूध पीने से कम हो जाती है एसिडिटी, आइए मिलकर जानें इस मिथक की सच्चाई>>कैबिनेट मंत्री रेखा आर्या ने केदारनाथ में तेज किया प्रचार-प्रसार, कांग्रेस पर लगाया जनता की अनदेखी का आरोप>>चौथे टी20 मुकाबले में भारत ने दक्षिण अफ्रीका को 135 रनों से हराया, 3-1 से सीरीज की अपने नाम >>मुख्यमंत्री धामी ने ‘आदि गौरव महोत्सव’ कार्यक्रम में किया प्रतिभाग>>अमेरिका के साथ भारत के संबंध अब भी अच्छे>>सीएम धामी ने पीएम जनमन योजना के लाभार्थियों को प्रदान किए प्रमाण पत्र>>पीएम स्वनिधि योजना में उत्तराखंड ने हासिल किया शत – प्रतिशत लक्ष्य>>देश तभी सही मायने में विकसित होगा जब विकास की मुख्यधारा में होंगे आदिवासी समुदाय- राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू >>कार्तिक पूर्णिमा स्नान के लिए आज हर की पैड़ी पर श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़, मां गंगा को नमन कर लगाई आस्था की डुबकी>>उत्तराखंड पीसीएस मुख्य परीक्षा स्थगित, आयोग ने जारी की सूचना>>पेड़-पौधे लगाते समय हो जाएं सावधान, नहीं तो बढ़ सकता है इन 6 बीमारियों का खतरा>>कैबिनेट मंत्री रेखा आर्या ने केदारनाथ उपचुनाव में तेज किया प्रचार, कांग्रेस पर किए तीखे हमले>>दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए GRAP-3 लागू, आज से कई गतिविधियों पर प्रतिबंध>>श्रीनगर बैकुंठ चतुर्दशी मेला राज्य की अनमोल धरोहर- मुख्यमंत्री>>दशकों से अमेरिका और वैश्वीकरण एक-दूसरे का पर्याय>>सरकार होम स्टे योजना को बढ़ावा देकर युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ रही है- महाराज>>सीआईएमएस एंड यूआईएचएमटी ग्रुप ऑफ कॉलेज देहरादून आपदा प्रभावितों को नि:शुल्क उच्च शिक्षा के लिए प्रतिबद्ध- ललित जोशी>>मुख्यमंत्री धामी ने जौलजीबी मेला-2024 का किया शुभारंभ>>मुख्य सचिव ने की स्मार्ट मीटरिंग के कार्यों की समीक्षा 
स्वास्थ

क्या दूध पीने से कम हो जाती है एसिडिटी, आइए मिलकर जानें इस मिथक की सच्चाई

दूध को अक्सर एसिडिटी के इलाज के रूप में देखा जाता है। कई लोग मानते हैं कि दूध पीने से पेट की जलन और एसिडिटी कम होती है।इसमें मौजूद कैल्शियम और प्रोटीन पेट को अस्थायी रूप से राहत देते हैं। वैज्ञानिक दृष्टिकोण से देखें तो दूध का तात्कालिक प्रभाव होता है, लेकिन लंबे समय तक इसका असर नहीं रहता।आइए इस मिथक को समझें और जानें कि क्या दूध वास्तव में एसिडिटी कम करने में मदद करता है।

क्या दूध से वाकई में होता है एसिडिटी का इलाज
दूध पीने पर तुरंत राहत मिलती है, क्योंकि यह पेट को ठंडक पहुंचाकर अस्थायी रूप से जलन को कम करता है। यह राहत केवल कुछ समय के लिए होती है, लेकिन बाद में समस्या बढ़ सकती है। दूध में कैल्शियम और प्रोटीन होते हैं, जो पेट में एसिड उत्पादन को बढ़ा सकते हैं। इससे एसिडिटी की समस्या फिर से उत्पन्न हो सकती है।इसलिए, दूध पीना एसिडिटी का स्थायी समाधान नहीं माना जा सकता।

जानिए एसिडिटी का सही समाधान
एसिडिटी का सही समाधान संतुलित डाइट और जीवनशैली हो सकते हैं। आपको मसालेदार और तली-भुनी चीजों से बचना चाहिए और कम भोजन करना चाहिए, ताकि पेट पर दबाव न पड़े।इसके अलावा, नियमित एक्सरसाइज और पानी पीना भी फायदेमंद होता है। खाने के बाद तुरंत लेटने से बचें और सोने से पहले हल्का भोजन करें।ताजे फल, सब्जियां और फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ खाना भी लाभकारी हो सकता है। इससे एसिडिटी की समस्या को कम किया जा सकता है।

डॉक्टर की सलाह लें
अगर आपको बार-बार एसिडिटी की समस्या होती है तो डॉक्टर की सलाह लेना जरूरी हो सकता है। वे आपकी स्थिति के अनुसार उचित उपचार बता सकते हैं, जो आपकी समस्या को कम कर सकता है।इस प्रकार, दूध पीकर एसिडिटी कम करने का मिथक पूरी तरह सही नहीं माना जा सकता। बेहतर होगा कि आप संतुलित डाइट अपनाएं और स्वस्थ जीवनशैली जीएं, ताकि आपको इस समस्या से निजात मिल सके।

दूध के सेवन के मुख्य लाभ
अगर आप अपने रोजाना के खान-पान में दूध शामिल करते हैं, तो आपको कैल्शियम मिल सकता है। इसके सेवन से हड्डियां मजबूत होती हैं, रक्तचाप सुधरता है और रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है। इसके अलावा, इससे पाचन स्वास्थ्य भी दुरुस्त हो जाता है और कब्ज जैसी समस्याओं से निजात मिल सकता है। अगर आप नियमित रूप से दूध पीते हैं, तो आपको आराम की अनुभूति भी हो सकती है।

Loading

Ghanshyam Chandra Joshi

AKASH GYAN VATIKA (www.akashgyanvatika.com) is one of the leading and fastest going web news portal which provides latest information about the Political, Social, Environmental, entertainment, sports etc. I, GHANSHYAM CHANDRA JOSHI, EDITOR, AKASH GYAN VATIKA provide news and articles about the abovementioned subject and am also provide latest/current state/national/international news on various subject.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!