कई राज्यों में फुल लाकडाउन और मिनी लाकडाउन जैसी सख्त पाबंदियां लगाई गई, आइए जानें
नई दिल्ली, देश में कोरोना वायरस के कहर के बीच चुनाव खत्म हो चुका है। पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों (Assembly Elections) के नतीजे (Results) आ चुके हैं। इसके साथ ही यूपी पंचायत चुनाव के रिजल्ट भी आ गए हैं। इस बीच देश में कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए राज्यों द्वारा लॉकडाउन लगाया जा रहा है। कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए हरियाणा और ओडिशा सहित कुछ राज्यों ने लॉकडाउन की घोषणा कर दी है। इसके साथ ही पंजाब समेत कई अन्य राज्यों ने पाबंदियां बढ़ा दी हैं।
हरियाणा में 7 दिन का लाकडाउन, पंजाब में मिनी लाकडाउन
हरियाणा में जहां सात दिन का पूर्ण लाकडाउन लागू किया है, वहीं पंजाब ने 15 दिन के मिनी लाकडाउन की घोषणा की है। ओडिशा में पांच से 19 मई तक लाकडाउन रहेगा। हरियाणा में दो दिन पहले नौ जिलों पंचकूला, गुरुग्राम, फरीदाबाद, हिसार, सोनीपत, रोहतक, करनाल, सिरसा और फतेहाबाद में लगाए वीकेंड लाकडाउन के बाद अब पूरे प्रदेश में सात दिन का लाकडाउन लगाया गया है। यह सोमवार(3 मई) सुबह से 10 मई को सुबह पांच बजे तक जारी रहेगा।
पंजाब में गैर जरूरी वस्तुओं की दुकानें रहेंगी बंद पंजाब सरकार ने मिनी लाकडाउन के तहत कई नई पाबंदियां लगा दी हैं। तीन से 15 मई तक गैर जरूरी दुकानों को बंद रखने के आदेश दिए गए हैं। वहीं शादी, संस्कार व किरया आदि में 10 से ज्यादा लोग एकत्रित नहीं हो पाएंगे। बैंक व सरकारी दफ्तर 50 फीसद क्षमता के साथ खुल सकेंगे। सरकार ने इंडस्ट्री को बंद करने का फैसला नहीं लिया।
ओडिशा में लॉकडाउन- चुनावी गतिविधियों और टीकाकरण पर प्रतिबंध नहीं
ओडिशा सरकार ने पांच मई से 19 मई तक पूरे प्रदेश में लाकडाउन की घोषणा कर दी है। इस दौरान पूर्व से शनिवार व रविवार को जारी साप्ताहिक शटडाउन भी लागू रहेगा। शटडाउन शुक्रवार शाम छह बजे से सोमवार सुबह पांच बजे तक चलेगा। इसके बाद लाकडाउन के नियम लागू होंगे। मुख्य सचिव सुरेश महापात्र ने रविवार को वीडियो संदेश में कहा कि लाकडाउन के दौरान सार्वजनिक बसों का परिचालन नहीं होगा। चुनावी गतिविधियों को छूट रहेगी।
देश में कोरोना की दूसरी लहर ने कोहराम मचा रखा है। हर दिन कोरोना के नए मरीज रिकॉर्ड बना रहे हैं। हालात ये हैं कि कोरोना मरीजों की संख्या हर दिन तीन लाख से ज्यादा आ रही है। देश के 12 राज्यों में संक्रमण की स्थिति सबसे ज्यादा गंभीर है बनी हुई है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक 150 जिलों में संक्रमण दर 15 फीसदी से भी ज्यादा है, जबकि 250 जिलों में संक्रमण दर 10 से 15 फीसदी के बीच है। कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए इन सभी राज्यों में लॉकडाउन लगाए जाने की आवश्यकता है। लेकिन सरकार की ओर से सभी राज्यों को लाकडाउन से बचने की अपील की गई है।