जंगल में हाथी से हुआ आमना-सामना, फिर हाथी ने उतारा मौत के घाट
हरिद्वार : लकड़ी बीनने जंगल गए एक अधेड़ को हाथी ने मार डाला, जबकि दूसरे व्यक्ति ने भागकर जान बचाई। कई घंटे की खोजबीन के बाद पुलिस और वन विभाग की सयुंक्त टीम ने जंगल से करीब 50 वर्षीय चन्दर का शव बरामद कर लिया।
पुलिस के मुताबिक, टिबड़ी बस्ती निवासी जयराम और चंदर शनिवार शाम लकड़ी बीनने के लिए राजाजी पार्क के जंगल में गए थे। वहां दिन छिपने पर दोनों का एक हाथी से आमना सामना हो गया। दोनों बचने के लिए उलटे पांव लौट पड़े देर शाम जयराम घर वापस लौट आया और बस्तीवालों को आपबीती बताई, लेकिन चंदर रात तक भी घर नहीं लौटा। इसके बाद उसके परिजनों और आसपास के लोगों ने राजाजी पार्क के जंगल में उसकी खोजबीन की पुलिस और वन विभाग को भी इस बात की जानकारी दी गई।
रानीपुर कोतवाली पुलिस और वन विभाग की टीम ने चन्दर की तलाश में सर्च ऑपरेशन चलाया। काफी प्रयास के बाद चन्दर का शव बरामद हुआ।
रानीपुर कोतवाली प्रभारी ऐश्वर्य पाल ने बताया कि जयराम और चंदर को जंगल में हाथी मिल गया था। जिसके बाद जयराम बचकर घर लौट आया है, लेकिन चंदर को हाथी ने पटकर कर मार डाला। शव में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया गया है।
लगातार उत्पात मचा रहा टस्कर हाथी
भेल से सटे क्षेत्र में टस्कर हाथी लगातार आतंक मचा रहा है। हाल ही में हाथी ने अलग-अलग घटनाओं में दो किसानों पर हमला कर दिया था। वही भेल फाउंड्री गेट के आसपास हाथी हफ्ते में दो से तीन बार मार्ग पर आ धमकता है। यहां टस्कर वाहनों को पलटकर राहगीरों को दौड़ा चुका है। टस्कर का ठिकाना भेल व आसपास का जंगल है। माना जा रहा है कि टस्कर हाथी ने ही चन्दर की जान ली है।